पाठ :18 अहिंसा परमॊ धर्मः

अहिंसा परमॊ धर्मः – Non Violence is the Supreme Religion | Sanskrit Lesson with Meaning । class5

जंगल का राजा सिंह अपने मंत्री सियार को आदेश देता है कि वह सब पशु-पक्षियों को बुलाकर सभा में एकत्र करे। इस सभा में हाथी, भालू, उल्लू, चीता, नाग, बिल्ली, नेवला, सूअर, मगर, हिरण आदि सभी आएँ। वर्षा ऋतु का समय है, जंगल हरी-भरी घास से भरा हुआ है। इस समय सब मिलकर आनन्दपूर्वक रहें।

मोर नृत्य करे, मेंढक मल्हार गाए और सभी पशु-पक्षी भयमुक्त होकर खेलें-कूदें। कोई किसी को सताए नहीं। सब वैर-द्वेष को छोड़ दें।

अंत में कवि कहता है कि अहिंसा ही परम धर्म है। यदि सभी जीव इस बात को समझ लें तो संसार में शांति और आनंद छा जाएगा।

सिंहासने स्थितः वनराजः आज्ञापयति श्रृंगालं मन्त्रिन्। siṃhāsane sthitaḥ vanarājaḥ ājñāpayati śṛṅgālaṃ mantriṇam सिंहासन पर बैठे हुए वनराज (सिंह) अपने मंत्री सियार को आज्ञा देता है।
पशुं–पशुं गत्वा त्वं मम काननं विशालम्। paśuṃ–paśuṃ gatvā tvaṃ mama kānanaṃ viśālam तुम एक–एक पशु को लेकर मेरे इस विशाल वन में जाओ।
आमन्त्र्य भल्लूकमुलूकं गजं चित्रकं नागम्। āmantrya bhallūkamulūkaṃ gajaṃ citrakaṃ nāgam भालू, उल्लू, हाथी, चीता और नाग को बुलाओ।
मार्जारं नकुलं च शूकरं मकरं च सानुग्रहम्। mārjāraṃ nakulaṃ ca śūkaro makaraṃ ca sānugraham बिल्ली, नेवला, सूअर, मगर और हिरण को भी बुलाओ।
वर्षाकाले इदं काननं हरिततृणैः परिपूर्णम्। varṣākāle idaṃ kānanaṃ haritatuṇaiḥ paripūrṇam वर्षा ऋतु में यह वन हरी-भरी घास से परिपूर्ण है।
तेजस्वी व्याघ्र: आगच्छतु वैरं कृत्वा चूर्णम्। tejasvi vyāghrāh āgacchatu vairaṃ kutsāṃ ca cūrṇayet पराक्रमी बाघ आए और शत्रुता को नष्ट करके चूर-चूर कर दे।
गायतु मल्हारं मण्डूकः नृत्यतु सदा मयूरः। gāyatu mallahāraṃ maṇḍūkaḥ nṛtyatu sadā mayūraḥ मेंढक मल्हार गाए और मोर सदा नृत्य करे।
वने भवतु निर्भयाः सर्वे अधुना न कोऽपि क्रूरः। vane bhavatu nirbhayaḥ sarve adhuna na koapi krurah वन में सभी अब निर्भय रहें, और कोई भी निर्दयी न हो
अहो अहिंसा परमो धर्मः कथं न चेतसि ज्ञातः। aho ahiṃsā paramo dharmaḥ kathaṃ na cetasi jñātaḥ हाय! अहिंसा परम धर्म है, यह बात मन में क्यों नहीं समझी जाती?
अद्य भाविष्यति निखिले विश्वे मार्गोऽयं विख्यातः। adya bhaviṣyati niṣkala viśve mṛgādayo vijñātāḥ आज यह मार्ग (अहिंसा का मार्ग) पूरे संसार में प्रसिद्ध हो जाएगा।
भावार्थ: यह बड़ी आश्चर्य की बात है कि लोग अब तक नहीं समझ पाए कि अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है। किंतु अब समय आ गया है कि आज से अहिंसा का मार्ग पूरे संसार में प्रसिद्ध हो जाएगा और सब प्राणी इसका अनुसरण करेंगे।
शब्द उच्चारण अर्थ
वनराजःvanarājaḥसिंह (जंगल का राजा)
आज्ञापयतिājñāpayatiआदेश देता है
मृगालयम्mṛgālayamपशुओं का निवास
मृगान्mṛgānपशुओं को
विशालकम्viśālakamविशाल कार्य
आगम्यतंāgamyataṃआ जाओ
विचिनुतvicinutaखोजो
सागरात्sāgarātसमुद्र से
सुवर्णम्suvarṇamसोना
हरितगृहम्haritagṛhamहरा-भरा गृह
धर्मःdharmaḥधर्म
अहिंसाahiṃsāहिंसा न करना
परमःparamaḥश्रेष्ठ
सर्वेषाम्sarveṣāmसभी का
मतःmataḥमत/विचार
अतःataḥइसलिए
भविष्यतिbhaviṣyatiभविष्य में होगा
निश्चिन्तम्niścintamचिन्तामुक्त
विश्वेviśveसंसार में
गॊचरःgocaraḥअधिकार / प्रभाव
राजाrājāराजा
सिंहासनम्siṃhāsanamसिंहासन
शान्तिःśāntiḥशांति
समःsamaḥसमान
जगत्jagatदुनिया

🌿 Moral / नीति:

English: Non-violence is the greatest virtue. Living beings must practice compassion and peaceful coexistence.

हिन्दी: अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है। सभी जीवों को करुणा और शांति से साथ रहना चाहिए।

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