
Sanskrit Suptikas (सूक्तयः) | Moral Sayings and Teachings
इस पाठ में संस्कृत की सूक्तियाँ दी गई हैं जो अच्छे आचरण, विद्या, सत्य और विनय के महत्व को समझाती हैं।
ये सूक्तियाँ हमें नैतिक शिक्षा देती हैं और जीवन को सही दिशा में ले जाने की प्रेरणा प्रदान करती हैं।
आचारः परमॊ धर्मः।
Aacharah Paramo Dharmah
अच्छा आचरण ही सबसे बड़ा धर्म है।
विद्या ददाति विनयम्।
Vidya Dadati Vinayam
विद्या विनम्रता प्रदान करती है।
विद्याधनं सर्वधनप्रधानम्।
Vidyadhanam Sarvadhanapradhanam
विद्या का धन सभी धन से श्रेष्ठ होता है।
सत्यमेव जयते।
Satyameva Jayate
सत्य की ही सदा विजय होती है।
विद्वन् सर्वत्र पूज्यते।
Vidvan Sarvatra Pujyate
ज्ञानी व्यक्ति का सर्वत्र सम्मान होता है।
लोभः पापस्य कारणम्।
Lobhah Paapasya Karanam
लोभ ही पाप का कारण है।
मातृदेवो भव।
Matrudevo Bhava
माता को देवता के समान मानो।
शीलं परं भूषणम्।
Sheelam Param Bhushanam
सदाचार सबसे बड़ा आभूषण है।
श्रद्धावान् लभते ज्ञानम्।
Shraddhavan Labhate Gyanam
श्रद्धावान व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करता है।
सर्वे भवन्तु सुखिनः।
Sarve Bhavantu Sukhinah
सभी लोग सुखी हों।
माता भूमि: पुत्रोऽहं पृथिव्याः।
Mata Bhumih Putroham Prithivyaah
पृथ्वी मेरी माता है और मैं उसका पुत्र हूँ।
| शब्द | उच्चारण | अर्थ |
|---|---|---|
| आचारः | Aacharah | आचरण |
| परमः | Paramah | श्रेष्ठ |
| धर्मः | Dharmah | नीति |
| विद्या | Vidya | ज्ञान |
| ददाति | Dadati | देती है |
| विनयम् | Vinayam | विनम्रता |
| धनम् | Dhanam | धन |
| प्रधानम् | Pradhanam | मुख्य |
| सत्यम् | Satyam | सत्य |
| जयते | Jayate | जीतता है |
| विधानम् | Vidhanam | ज्ञानी व्यक्ति |
| पूज्यते | Pujyate | सम्मानित होता है |
| लोभः | Lobhah | लालच |
| पापस्य | Paapasya | पाप का |
| कारणम् | Karanam | कारण |
| मातृ | Matru | माता |
| देवः | Devah | देवता |
| भव | Bhava | हो जाओ |
| शीलम् | Sheelam | चरित्र |
| भूषणम् | Bhushanam | आभूषण |
| श्रद्धावान् | Shraddhavan | विश्वासी |
| ज्ञानम् | Gyanam | ज्ञान |
| सुखिनः | Sukhinah | खुश लोग |
| भूमिः | Bhumih | पृथ्वी |
| पुत्रः | Putrah | पुत्र |
Moral (सीख):
These Sanskrit sayings teach us the values of truth, respect, learning, good conduct, and gratitude.
सीख: यह सूक्तियाँ हमें सत्य, ज्ञान, आचरण, विनम्रता और माता-पिता के प्रति आदर की भावना सिखाती हैं।